Author: manojkumarvyas21

  • वेदांग परिचय

    वेदांग परिचय ज्ञान के समूह को वेद कहा गया है वेदों का विभाजन वेद व्यास ने चार भागों में किया ,जिनका नाम है क्रमशः ऋग्वेद यजुर्वेद सामवेद व अथर्ववेद। इन वेदों के छह अंग कह गए हैं इन 6 अंगों में क्रमशः है व्याकरण, निरुक्त, कल्प, ज्योतिष, छन्द, व शिक्षा है। ये छ अंग वेद…

  • गणित व संस्कृत

    गणित व संस्कृत गणित के क्षेत्र में भारत का कोई जवाब नहीं है। गणित के अनेक रहस्य संस्कृत के ग्रन्थों में विद्यमान है। आर्यभट्ट का आर्यभट्टीय एवं वराहमिहिर का पंंचसिद्धांतिका , भास्कराचार्य का सिद्धांत शिरोमणि बीजगणितम लीलावती आदि समस्त गणित के ग्रंथ अद्भुत व अद्वितीय है। इसलिए गणित के अध्ययन का माध्यम संस्कृत समुचित है।यद्यपि…

  • भारतीय अनुसंधान परम्परा व संस्कृत

    भारतीय अनुसंधान परम्परा व संस्कृत  भारत में ज्ञान विज्ञान की प्रचलित विभिन्न शाखाओं के मूल में संस्कृत ही है। प्रत्येक विषय का संबंध संस्कृत के साथ है। वस्तुतः है जो कोई भी ज्ञान -विज्ञान की शाखा उपशाखा का विषय वर्तमान में प्रचलित है उस ज्ञान विज्ञान की शाखा का मूल संस्कृत में ही लिखा गया।…

  • राष्ट्र भाषा व संस्कृत

    राष्ट्र भाषा व संस्कृत भारत के संविधान निर्माण के समय में यह समस्या सामने आई थी कि इस देश की राष्ट्रीय भाषा क्या होगी जिसमें संपूर्ण व्यवहार व देश में राज कार्य में व्यवहार किया जा सके। ऐसी स्थिति में संविधान निर्मात्री सभा के अध्यक्ष भीमराव अंबेडकर का सुझाव संस्कृत के प्रति था कि संस्कृत…

  • साधु व असाधु शब्द की अवधारणा

    साधु असाधु शब्द संस्कृत व्याकरण के अनुसार साधु व साधु शब्द के प्रयोग का फल कहा गया है। साधु शब्द का अर्थ है वह शब्द जिसका शास्त्र में प्रयोग मिलता है व व्याकरण की दृष्टि से उसकी उत्पत्ति -व्युत्पत्ति की गई है। अर्थात जिन शब्दों को व्याकरण ने व व्याकरण के आचार्यों ने व शास्त्रों ने…

  • कथाओं की परम्परा

    काव्य साहित्य में कथा एक प्रकार की गद्य काव्य विधा है। गद्य काव्य में अनेक प्रकार की कथाएं लिखी गई है। पौराणिक कथाओं को भी कथा के रूप में सुनने का विधान है। इसलिए भारतीय संस्कृति में कथा साहित्य प्रसिद्ध हो गया व भागवत पुराण आदि कथाओं को साप्ताहिक रूप में सुनने का विधान चल…

  • एकादशी व्रत विधान

    एकादशी व्रत विधान व्रत के विषय में शास्त्रीय प्रमाणों का ही पालन करना चाहिए व शास्त्रीय तथ्यों और शास्त्र के वचन को ही प्रमाण मानना चाहिए । लोक में प्रचलित अनेक प्रकार की भ्रांतियां को त्यागना चाहिए ,जिस प्रकार व्रत में फलाहार के विषय में अनेक भ्रांतियां हैं । आज प्रत्येक पदार्थ फलाहार के रूप…

  • पर्यावरण सम्बंधित समस्याओं का शास्त्रीय समाधान

    एयर कंडीशनर नहीं है गर्मी का समाधान ।गर्मी का समाधान तितिक्षा हाल ही में पड़ी गर्मी ने तापमान के सारे रिकॉर्ड तोड दिए हैं दिनों दिन बढ़ती गर्मी मानव जीवन में व प्रकृति के लिए संकट बनती जा रही है। ग्लेशियर पिघलते जा रहे हैं। जलाशय सूख रहे हैं, वन-वनस्पति भी इस गर्मी को दूर…

  • व्रत विज्ञान । कोरोना के साइड इफेक्ट व व्रत-उपवास

      व्रत विज्ञान । निराहार वह व्रत रहने से आयुर्वेद की दृष्टि से अनेक रोगों में गंभीर शारीरिक समस्याओं का समाधान संभव है इसीलिए भारतीय संस्कृति व परंपराओं में विभिन्न व्रतों को फलश्रुति के साथ जोड़ते हुए शामिल किया गया है। कोरोना के साइड इफेक्ट व व्रत-उपवास भारतीय संस्कृति व परम्पराओं में व्रत व उपवास…

  • एयर कंडीशनर नहीं है गर्मी का समाधान । गर्मी का समाधान तितिक्षा व वृक्षारोपण

    एयर कंडीशनर नहीं है गर्मी का समाधान । गर्मी का समाधान तितिक्षा व वृक्षारोपण हाल ही में पड़ी गर्मी ने तापमान के सारे रिकॉर्ड तोड दिए हैं दिनों दिन बढ़ती गर्मी मानव जीवन में व प्रकृति के लिए संकट बनती जा रही है। ग्लेशियर पिघलते जा रहे हैं। जल से सुख रहे हैं वन वनस्पति…

en_USEnglish